काल (Tense)

काल का अर्थ होता है –  “समय “

परिभाषा –  क्रिया के घटित होने वाले समय को ‘काल’ कहा जाता है। 

काल के विषय  में जानकारी के लिए निम्न उदाहरण देखिये –
► नविन पढ़ता है ।
► नविन पढ़ रहा था ।
► नविन  पढ़ेगा । 
उपर्युक्त वाक्यों में ” पढ़ता है ” से चल रहे समय का , ” पढ़ रहा था ” से बीते हुए समय का और ” पढ़ेगा “ से आने वाले समय का बोध होता है ।

काल के निम्न तीन भेद/प्रकार होते है –

1. वर्तमानकाल ( Present Tense )
2. भूतकाल ( Past Tense )
3. भविष्यत्काल ( Future Tense )

1. वर्तमानकाल ( Present Tense )-

क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमान में होने को पता चले , उसे ” वर्तमान काल ” कहते हैं। 

जैसे –
► पूजा खाना खाती है। 
► रोहन गाना गाता है। 
► राम आम खाता है।
► राधा शरारत करती है।  

इन वाक्यों में क्रियाओं के कार्य वर्तमान में हो रहे हैं ; अत : ये वाक्य वर्तमानकाल के उदाहरण हैं । 

वर्तमानकाल के भेद ( Kinds of Present Tense )

वर्तमानकाल के मुख्य रूप से तीन भेद हैं 

( क ) सामान्य वर्तमानकाल ( Present Indefinite Tense ) – क्रिया का वह रूप जिससे वर्तमानकाल में सामान्य रूप से क्रिया का होना पाया जाए , वह रूप ” सामान्य वर्तमानकाल ” को प्रकट करता है । 

पहचान – ता है, ती है ,ते है ,ता हूँ। 

जैसे –
► राम शोर करता है। 
► रोहन स्कूल जाता है।
► रोहन क्रिकेट खेलता है।
►वर्षा पूजा करती है 

इन वाक्यों के क्रियापदों से कार्य के वर्तमानकाल में सामान्य रूप से होने का पता चलता है ; अत : ये सामान्य वर्तमानकाल की क्रियाएँ हैं ।

( ख ) अपूर्ण वर्तमानकाल ( Present Continuous Tense ) – क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि कार्य अभी चल रहा है या अभी समाप्त नहीं हुआ है ,वह रूप अपूर्ण वर्तमानकाल कहलाता है। 

पहचान – रहा है , रही है, रहे है। 

जैसे- 
► राहुल गाना गा रहा है।
► संगीता क्रिकेट खेल रही है।
► रीना नाच रही है। 

इन वाक्यों के क्रियापदों से पता चलता है कि क्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है ; अत : ये अपूर्ण वर्तमानकाल की क्रियाएँ हैं ।

( ग ) संदिग्ध वर्तमानकाल ( Present Doubtful Tense ) – क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमानकाल में होने का संदेह प्राया जाए , उसे  “संदिग्ध वर्तमानकाल ” कहते हैं।

पहचान – ता होगा, ती होंगे, ते होंगे, रहा होगा, रही होगी, रहे होंगे।  

जैसे- 
► श्याम पत्र लिखता होगा।
► राधा नाचती होगी।
► गाय घास चर रही होगी। 

इन वाक्यों में क्रिया के होने में संदेह लग रहा है ; अत : ये संदिग्ध वर्तमानकाल की क्रियाएँ हैं ।

सम्भाव्य वर्तमान – 

पहचान – ता हो, ती हो , ते हो, या हो, इ हो। 

जैसे- 
► शायद राम आज आएगा।
► राधा गयी होगी। 

आज्ञार्थक वर्तमान – 

पहचान- वर्तमान समय में आज्ञा देना। 

जैसे- 
► रोहन, अब पढ़ लो।
► राधा, बाहर  चली जा। 

2. भूतकाल ( Past Tense )

क्रिया के जिस रूप से कार्य का बीते हुए समय में होना या करना पाया जाए , उसे ” भूतकाल ” कहते हैं ।

जैसे-
► राजेश जयपुर गया। 
► हम खेलते थे।
► राधा खाना का रही थी।  

भूत काल के भेद ( Kinds of Past Tense )

भूतकाल के छह भेद हैं

( क ) सामान्य भूतकाल ( Past Indefinite Tense ) – क्रिया के जिस रूप से भूतकाल के सामान्य रूप का पता चले , इसे ” सामान्य भूतकाल “ कहते हैं  ।

पहचान – या,इ ,ई ,ए, ऐ, आ की मात्रा। 

जैसे – 
► राहुल स्कूल गया।
► मीरा जयपुर गयी।
►रोहन ने पुस्तक पढ़ी।
► मनोज ने चाय पी ।

( ख ) आसन्न भूतकाल ( Recent Past Tense ) – क्रिया के जिस रूप से भूतकाल की क्रिया का होना निकट पाया जाए , वह रूप ” आसन्न भूतकाल “ को प्रकट करता है  ।

पहचान – या है , ई है , ऐ है। 

जैसे –
► राहुल बाजार गया है। 
► नवीन ने कॉफ़ी पी है।
► राधा कार्यालय गयी है। 

( ग ) अपूर्ण भूतकाल ( Past Imperfect Tense ) – क्रिया के जिस रूप से भूतकाल में क्रिया के होने का पता चले , किंतु उसके पूर्ण होने का पता न चले , वह रूप  “अपूर्ण भूतकाल “ को प्रकट करता है ।

पहचान – ता था ,ती थी ,ते थे, रहा था ,रहे थे । 

जैसे – 
► राधा खाना पका रही थी।
► राम ने गाना गाया था।
► नरेश पढ़ रहा था । 

( घ ) पूर्ण भूतकाल ( Past Perfect Tense ) – क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि कार्य समाप्त हुए बहुत समय बीत चुका है , वह रूप  “पूर्ण भूतकाल ” को प्रकट करता है ।

पहचान – या था ,ई थी, ऐ थे। 

जैसे – 
► अध्यापक पुस्तक पढ़ा रहा है।
► माता जी बाजार गई थीं ।
► पिता जी दिल्ली गए थे । 

( ङ ) संदिग्ध भूतकाल ( Past Doubtful Tense ) – क्रिया के जिस रूप से भूतकाल की क्रिया के होने में संदेह पाया जाए , वह रूप  “संदिग्ध भूतकाल ” को प्रकट करता है ।

पहचान – या होगा ,ई होगा, ऐ होंगे। 

जैसे – 
► रोहन ने चोरी की होगी।
► वह घर चला गया होगा । 

        उसने खाना खाया होगा ।

( च ) हेतु – हेतुमद् भूतकाल ( Past Conditional Tense ) –जहाँ भूतकाल की क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर आधारित होता है , वहाँ  “हेतु – हेतुमद् भूतकाल ” होता है ।

पहचान – होता ……….तो ,( शर्त होना )

जैसे – 
► यदि राम चला जाता तो रोहन अवश्य आता।
► यदि तुम परिश्रम करते तो पास हो जाते ।
► यदि वर्षा होती तो फसल अच्छी हो जाती ।

3. भविष्यकाल ( FutureTense )- इस कल में क्रिया का आने वाला समय में होना पाया जाता है। 

भविष्यकाल के तीन भेद है –

( क )  सामान्य भविष्यकाल ( Future Indefinite tense )-  क्रिया का वह रूप जिससे आने वाले समय में सामान्य रूप से क्रिया के होने का पता चले उसे  “सामान्य भविष्यकाल ” कहते है।

पहचान – एगा ,एगी, एंगे। 

जैसे – 
► राधा पुस्तक पढ़ेगी।
► राम बाजार जायेगा। 
► मैं कल परीक्षा दूंगा।

( ख ) सम्भाव्य भविष्यकाल ( Doubtful Future Tense )- क्रिया के जिस रूप से आने वाले समय में क्रिया के होने में संदेह या सम्भावना पाई जाये, उसे “सम्भाव्य भविष्यकाल” कहते है। 

पहचान- ए ,ऐं, ओ, ऊँ। 

जैसे –
► शायद आज वर्षा होगी।
► शायद वह परसो आये।

( ग ) हेतु – हेतुमद ( Future Conditional Tense )- जहा की एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर आधारित हो, वहाँ “हेतु – हेतुमद” होता है ।

पहचान- इएगा। 

जैसे- 
► आप यहाँ अवश्य आइयेगा।
►आप हमारे सांस्कृतिक आयोजन में जरूर पधारियेगा। 

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