अपूर्ण विराम/उपविराम (:) - विराम चिह्न | हिन्दी व्याकरण

अपूर्ण विराम/उपविराम (:) - विराम चिह्न | हिन्दी व्याकरण

अपूर्णविराम चिन्ह असल में एक प्रकार का विराम चिन्ह ही होता है । मगर यह पूर्ण विराम की तरह नही होता है जिसके कारण से यह कभी भी वाक्य के पूर्ण होने को नही दर्शाता है ।

 दरसल यह नाम की तरह ही वाक्य के अपूर्ण होने पर प्रयोग में लाया जाता है । असल में यह दो तरह के शब्दो को आपस में जोड़ने के लिए प्रयोग में लाया जाता है

 जहां पर एक अर्थ को दर्शाने के लिए, वाक्य के एक से अधिक भाग होते है, तब उस अर्थ के प्रथम भाग के बाद में जो विराम चिन्ह लगाया जाता है वह अपूर्णविराम चिन्ह होता है ।

 यानि कोई वाक्य है जिसका एक अर्थ है, मगर वह वाक्य दो या अधिक भागो में बटा हुआ है ।

जैसे :- 

  •  अहिंसा मनुष्यता है और हिंसा पशुता है ।
  •  अहिंसा मनुष्यता है : हिंसा पशुता है ।

 अपूर्ण विराम चिन्ह के उदाहरण या वाक्य

 1. रोहन ने अनुज को पढाई करने के लिए कहा : अनुज पढना शुरु कर दिया ।

 2. किसन हमेशा चाहता था : उसका बेटा पढ लिख कर बड़ा आदमी बने ।

 3. वह देखने में बहुत भोला था : मगर उसके पास ज्ञान बहुत था ।

 4. यह देखने से ही कामचोर लगता है : मगर काम बहुत अच्छा करता है

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